सोमवार, 26 नवंबर 2012

मेरा नाम आया सबकी पोल खोल दूंगा: आईएएस!

मेरा नाम आया सबकी पोल खोल दूंगा: आईएएस!
पोंटी चढ्ढा मर्डर केस की अब दिल्ली क्राइम ब्रांच करेगी जांच
राजेन्द्र जोशी
देहरादून, 24 नवम्बर । दिल्ली पुलिस द्वारा उत्तराखंड के अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व अध्यक्ष सुखदेव सिंह नामधारी की गिरफ्तारी के बाद पोंटी चढ्ढा हत्याकांड में एक नया मोड़ आ गया है। शनिवार को इस हाईप्रोफाईल मामले की जांच दिल्ली पुलिस से हटाकर दिल्ली क्राइम ब्रांच को सौंप दी गयी है। नामधारी की गिरफ्तारी के तुंरत बाद इस मामलें की जाचं क्राइम ब्रांच को दिये जाने से कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं। सूत्रों के अनुसार नामधारी के इस मामले में संलिप्ता को लेकर पूछताछ के दौरान पुलिस को कई अहम जानकारियां हाथ लगे है। सूत्रों ने बताया कि हरदीप चडढा के फार्महाउस में जबरन घुसकर कब्जा करने के दौरान तीन दर्जन लोगों का लीडर सुखदेव सिंह नामधारी का मामा हरदयाल सिंह बताया
जा रहा है। नामधारी की गिरफ्तारी से पहले उसकी तलाश की जा रही थी, लेकिन वह फरार हो गया। सीनियर पुलिस अफसरों ने बताया कि साउथ डिस्ट्रिक्ट पुलिस की टीम उत्तराखंड के बाजपुर से पहले वहां रामपुर में दबिश डालने पहुंची थी।
हरदयाल सिंह रामपुर में रह रहा था पार्टी लेकिन पुलिस टीम के वहां पहुंचने से पहले ही वह लापता हो गया। पुलिस अनुसार फार्महाउस में पहुंचते ही वहां मौजूद हरदीप सिंह के मैनेजर और कर्मचारियों को आतंकित करने के लिए हरदयाल ने हवाई फायरिंग की थी। उसी ने अपने साथियों को आदेश देकर इन कर्मचारियों को पिटवा कर बंधक बनवाया था। इस हंगामे के बाद वहां पहले लैंड क्रूजर कार में पोंटी और नामधारी आए और बाद में मर्सिडीज में हरदीप पहुंचा था। उस वक्त हरदयाल भी मौके पर मौजूद था। इसी दौरान फायरिंग हो गई। पुलिस ने बताया कि फार्महाउस के गेट पर पोंटी, नामधारी और हरदीप चढ्ढा की मौजूदगी के दौरान हरदयाल सिंह ने फायरिंग नहीं की थी। पुलिस की तहकीकात और चश्मदीदों के बयानों के अनुसार, गेट पर फायरिंग की शुरूआत हरदीप ने की थी। उसने अपनी पिस्टल से पोंटी को सात गोलियां मारीं और जवाब में नामधारी के पीएसओ सचिन त्यागी ने हरदीप को काबाईन से दो गोलियां मारीं। पोंटी की मौत ज्यादा खून बह जाने से और हरदीप की मौत दिल में गोली लगने की वजह से हुई थी। सचिन इस वक्त महरौली थाने में हिरासत में है। नामधारी को दिल्ली लाने के बाद दोनों के बयानों का मिलान किया जाएगा।
    पोंटी चढ्ढा हत्याकाण्ड मामले को लेकर पुलिस आयुक्त दिल्ली द्वारा जांच पुलिस ने हटाकर क्राइम ब्रांच को दिए जाने के बाद, उत्तराखण्ड के चर्चित आईएएस अधिकारी और उसके गुर्गों के हाथ-पांव फूल गए हैं। सूत्रों ने बताया है कि बीते दिन इस चर्चित आईएएस ने मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा को यह धमकी दी डाली थी कि इस मामले में यदि उसका नाम आया तो, वह राजनेताओं की पोल खोल देगा कि उसको पोंटी चढ्ढा किसने भेजा था। यहां यह भी जानकारी सामने आई है कि पुलिस प्रशासन और उत्तराखण्ड शासन के अधिकारी एक बड़े राजनेता के इशारे पर चर्चित आईएएस को बचाने का प्रयास कर रहे हैं। इतना ही नहीं सूत्रों ने तो यहां तक जानकारी दी है कि इस चर्चित आईएएस अधिकारी ने उत्तराखण्ड में तैनाती के दौरान दिल्ली में अरबों रूपयों की संपत्ति अर्जित की है। इतना ही नहीं दिल्ली, उत्तराखण्ड और हिमाचल में इस चर्चित अधिकारी की अरबों रूपये की कई नामी और बेनामी संपत्तियां भी हैं। मामले में यह भी जानकारी मिली है कि बीते तीन दिन से यह अधिकारी देहरादून में अपने कार्यालय को छोड़कर कहीं अन्य स्थान पे इस मामले पर बारीकी से नजर रखे हुए है।

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