सोमवार, 3 दिसंबर 2012

नामधारी से घनिष्ठ संबंध रखने वालों की हो रही जांच

नामधारी से घनिष्ठ संबंध रखने वालों की हो रही जांच
राजेन्द्र जोशी
देहरादून, 03 दिसम्बर। पोंटी चढ्ढा हत्याकाण्ड में जहां दिल्ली पुलिस ने राज्य के कुछ नेताओं और कुछ अधिकारियों सहित सुखदेव सिंह नामधारी के साथ गठजोड़ का चिट्ठा तैयार कर दिया है, वहीं बीते दिन से दिल्ली पुलिस की टीम देहरादून में नामधारी और उनके साथ व्यवसायिक रिश्तों में घनिष्ठ रहे ऐसे लोगों से पूछताछ के लिए दून में डेरा डाले हुई है। पोंटी चढ्ढा हत्याकाण्ड में दिल्ली क्राईम ब्रांच की छानबीन सुराग की तलाश में सोमवार को भी जारी रही। पुलिस टीम ने राजधानी दून में कई होटलों में आज भी छानबीन व पूछताछ की, जो कि नामधारी और उनके बेटे से व्यवसायिक रिश्तों में करीबी बताये जा रहे हैं। वहीं सूत्रों से यह भी जानकारी मिली है कि पोंटी चढ्ढा की हत्या के तीन दिन बाद ही पोंटी के पुत्र मोंटी चढ्ढा ने प्राईवेट गुप्तचर एजेंसी का भी सहयोग लेना शुरू कर दिया है ताकि मामले की गहराई तक पहुंचा जा सके।
    सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार छतरपुर के फार्म हाउस में हत्याकाण्ड के बाद से लेकर पोंटी को अस्तपाल ले जाए जाने तक सुखदेव सिंह नामधारी ने पांच लोगों से बात की थी, जिनमें तीन सफेदपोश नेता और दो अधिकारी शामिल बताए गए हैं। सूत्रों ने तो यह भी बताया है कि उत्तराखण्ड में तैनात आईएएस पर भी धीरे-धीरे पुलिस का शिकंजा कसा जा सकता है, क्योंकि दिल्ली पुलिस के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार घटना के समय यह आईएएस अधिकारी पांेटी चढ्ढा व सुखदेव सिंह नामधारी के साथ उसी लैंड क्रूजर गाड़ी में मौजूद था, जिसमें पोंटी चढ्ढा उस फार्म हाउस तक पहुंचा था जहां  उसकी हत्या हुई थी। इतना ही नहीं दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने तो यहां तक बताया है कि कार में मिले पांच लोगों के उंगलियों के निशानों में से चार लोगों के उंगलियों के निशानों की क्राईम ब्रंाच ने तस्दीक कर दी है, जिसमें एक पोंटी चढ्ढा का दूसरा सुखदेव सिंह नामधारी का तीसरा पोंटी के गनर का व चौथा लैंड क्रूजर गाड़ी के ड्राईवर का बताया गया है। गौरतलब हो कि दिल्ली क्राईम बं्राच ने घटना के दिन से लेकर सुखदेव सिंह नामधारी कि गिरफ्तारी तक के उनकी कॉल डिटेल निकाल ली है और इसके लिए दिल्ली क्राईम ब्रांच ने उत्तराखण्ड में दो टीमें भी लगा दी हैं, जिसमें एक टीम राजधानी देहरादून में पोंटी चढ्ढा के संबंधों की जानकारी सहित पोंटी चढ्ढा के व्यवसाय में भागीदार रहे लोगों की जानकारी तथा पोंटी चढ्ढा द्वारा देहरादून, मसूरी आदि क्षेत्रों में खरीदी गई संपत्ति की जानकारी और उन संपत्तियों को किसके नाम पर खरीदा गया है उसकी जानकारी जुटाने पर लगी है, जबकि दूसरी टीम उधमसिंह नगर में सुखदेव सिंह नामधारी पुत्र सहित उन लोगों के संबंधों को खंगालने में लगी है। सूत्रों ने तो यह भी बताया है कि देहरादून में कुछ होटल व्यवसायी और पोंटी चढ्ढा का व्यवसायिक रिश्ता रहा है और राज्य के गढ़वाल क्षेत्र में पोंटी चढ्ढा के शराब व्यवसाय में इन लोगों का बड़े पैमाने पर साथ भी मिला है। सूत्रों ने बताया  है कि हत्या के तीन दिन बाद ही पोंटी चढ्ढा के पुत्र मोंटी चढ्ढा ने दिल्ली क्राईम ब्रांच से इतर एक प्राईवेट डिटेक्टिव एजेंसी को भी इस मामले को खंगालने की जिम्मेदारी दी है, लगभग सवा करोड़ रूपये में हुए इस सौदे में प्राईवेट डिटेक्टिव कंपनी ने मोंटी को 40 दिन के भीतर मामले की जांच रिपोर्ट सौंपने का वादा किया है।
    उल्लेखनीय है कि पोंटी चढ्ढा मामले में उत्तराखण्ड के दो वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों के नाम सामने आने के बाद से ही ये अधिकारी अपने को बचाने की जुगत में लगे हैं, इतना ही नहीं इनके मुंह लगे कुछ लोग भी इनकों बचाने के प्रयास में दिन-रात एक किए हुए हैं। यहां यह भी गौरतलब है कि दिल्ली पुलिस इस बात की तहः में जाने की कोशिश में है कि हत्या के दिन आखिर नामधारी को तीन राजनेताओं और दो अधिकारियों से बात करने की जरूरत क्यों पड़ी, सूत्रों ने तो यहां तक बताया है कि उत्तराखण्ड के चर्चित आईएएस का पैसा पोंटी चढ्ढा के शराब और खनन के कामों में लगा हुआ है, इतना ही नहीं सूत्रों ने तो यहां तक बताया है कि बीते दिनों इस चर्चित आईएएस द्वारा राज्य में पर्यटन व्यवसाय में लगी एक दिल्ली की कंपनी को अपने पांच करोड़ रूपये निवेश करने की बात भी की थी, लेकिन कंपनी के अधिकारियों ने उसके प्रस्ताव को एक सिरे से नकार दिया। राजधानी में चर्चित आईएएस को लेकर तरह-तरह की बातें उठनी शुरू हो गई हैं।

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