मंगलवार, 30 अप्रैल 2019

टिम्मर सैंण बाबा बर्फानी की पूजा के बाद पहली बार यात्रा हुई शुरू

टिम्मर सैंण बाबा बर्फानी की पूजा के बाद पहली बार यात्रा हुई शुरू: अमरनाथ की तरह केआकार लिए हुए हैं यहाँ शिव लिंग पांच से अधिक शिवलिंग हैं गुफा में विराजमान देवभूमि मीडिया ब्यूरो जोशीमठ : उत्तराखंड में पहली बार टिम्मरसैंण महादेव ( बर्फ के शिशिवलिंग)की यात्रा विधिवत रूप से शुरू हुई , भारी बर्फबारी के चलते जगह जगह बर्फ के ग्लेशियर और खस्ताहाल सड़क के बावजूद यात्रियों […]

रविवार, 28 अप्रैल 2019

प्रेमनगर में फिर से अतिक्रमण शुरू होने से सजने लगा बाजार

प्रेमनगर में फिर से अतिक्रमण शुरू होने से सजने लगा बाजार: प्रेमनगर से नंदा की चौकी तक के सड़क चौड़ीकरण पर सुस्त आचार संहिता के बाद अतिक्रमणकारियों पर सख्ती से होगी कार्रवाई देवभूमि मीडिया ब्यूरो देहरादून। हाईकोर्ट के आदेश पर प्रेमनगर बाजार में हटाए गए अतिक्रमण की जगह दोबारा पक्की और कच्ची दुकानें तैयार हो गई हैं। वहीं जिलाधिकारी का कहना है कि प्रेमनगर नगर में किये […]

डोलियों में दुल्हन की जगह ले जाये जा रहे हैं बीमार और घायल

डोलियों में दुल्हन की जगह ले जाये जा रहे हैं बीमार और घायल: प्रदेश के तीन मैदानी जिलों तक सिमटी सरकार की सभी योजनाएं कई किलोमीटर पैदल चलकर बीमारों को  पहुँचाया जाता है अस्पताल एम्बुलेंस की जगह बीमारों को दुल्हनों की डोलियां और चारपाई ही मात्र सहारा  देवभूमि मीडिया ब्यूरो  नैनीताल। आज़ादी के 70  साल बाद आज भी उत्तराखंड के बहुत से ऐसे इलाके हैं जहाँ सड़क के […]

अमेरिका का पाकिस्तानियों पर ‘वीजा स्ट्राइक’

अमेरिका का पाकिस्तानियों पर ‘वीजा स्ट्राइक’: अमेरिका पाक नागरिकों के वीजा पर लगा सकता है प्रतिबंध अमेरिकी कानूनों के तहत प्रतिबंध की सूची में पाकिस्‍तान है शामिल देवभूमि मीडिया ब्यूरो वाशिंगटन। पुलवामा आतंकी हमले के बाद से ही पाकिस्‍तान के प्रति अमेरिकी रुख काफी सख्‍त हो गया है। अमेरिका और पाकिस्तान के बीच संबंध और कटु हो गए हैं। नागरिक निर्वासन और […]

शनिवार, 27 अप्रैल 2019

सांस्कृतिक धरोहर ‘रम्माण’ हैं गढ़वाल की रौनक

सांस्कृतिक धरोहर ‘रम्माण’ हैं गढ़वाल की रौनक: यूनेस्को तक विश्व की सांस्कृतिक धरोहर के रूप में स्थापित है “रम्माण” देवभूमि मीडिया ब्यूरो जोशीमठ : यूनेस्को तक विश्व की सांस्कृतिक धरोहर के रूप में धूम मचाने वाले उत्तराखंड के चमोली जनपद के जोशीमठ ब्लॉक के सलूड गांव में “रम्माण” का भव्य मंचन हुआ। जिसमें 500 साल पुरानी मुखौटा शैली व भल्दा परंपरा की […]

गुरुवार, 25 अप्रैल 2019

राज्यपाल पुरस्कार से नवाज़े गए सर्वश्रेष्ठ शोधकर्ता

प्रदेश की 289 शराब की दुकानों का आवंटन अधर में लटका

प्रदेश की 289 शराब की दुकानों का आवंटन अधर में लटका: प्रदेश सरकार को अब तक लग चुकी है करोड़ों की चपत देवभूमि मीडिया ब्यूरो देहरादून । राज्य गठन के 18 सालों में यह पहली हुआ जब नए वित्तीय वर्ष के 22 दिन से ज्यादा का समय बीत जाने के बावजूद प्रदेशभर में देशी व अंग्रेजी 289 शराब की दुकानों का आवंटन नहीं हो पाया है […]

बदरी धाम को गाडू घड़ा यात्रा से कपाट खुलने की परम्पराएं हुई शुरू

बदरी धाम को गाडू घड़ा यात्रा से कपाट खुलने की परम्पराएं हुई शुरू: ऋषिकेश से डिम्मर गांव जायेगी गाडू घड़ा यात्रा छह मई तक लक्ष्मीनारायण मंदिर में कलश गर्भ गृह में रखा जाएगा नौ मई को बदरीनाथ धाम के गर्भ गृह में पहुंचेगा कलश कपाट खुलने के दिन बदरीनाथ का इसी तेल से होगा पहला अभिषेक 10 मई ब्रह्म मुहूर्त 4:15 मिनट पर खुलेंगे श्री बदरीनाथ धाम के […]

शुक्रवार, 19 अप्रैल 2019

रोहित शेखर की मौत के मामले में हत्या का केस दर्ज

रोहित शेखर की मौत के मामले में हत्या का केस दर्ज: पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दम घोटकर हत्या का शक क्राइम ब्रांच के अधिकारी रोहित के घर की पहुंच कर शुरू की जांच देवभूमि मीडिया देहरादून : उत्तरप्रदेश और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री स्व. नारायण दत्त तिवारी के बेटे रोहित शेखर तिवारी की संदिग्ध मौत के मामले में पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद शुक्रवार को दिल्ली पुलिस […]

गुरुवार, 18 अप्रैल 2019

किन कारकों से होगी हार या जीत किसकी रही कितनी भूमिका… यहां पढ़िए

किन कारकों से होगी हार या जीत किसकी रही कितनी भूमिका… यहां पढ़िए: 17 वीं लोकसभा के लिए आज दूसरे चरण का मतदान शुरू हो चुका है,उत्तराखंड राज्य में पहले चरण का मतदान 11 मई को हो चुका है, उत्तराखंड के लोकसभा चुनाव में क्या मुद्दे हावी रहे और किन-किन मुद्दों ने मतदाताओं पर प्रभाव डाला इसको लेकर हमने समाज के तमाम बुद्धिजीवियों और राजनीतिक विश्लेषकों की राय […]

बुधवार, 17 अप्रैल 2019

सदानि नि रैंण रे ”झोंतू” तेरी जमींदारी!

सदानि नि रैंण रे ”झोंतू” तेरी जमींदारी!: चुनाव खर्च के 22 करोड़ कहाँ गए किसी को नहीं पता! देवभूमि मीडिया ब्यूरो प्रसिद्ध लोकगायक नरेंद्र सिंह नेगी के एक गीत की कुछ लाइनें याद आ गई जिसके बोल ”सदानि नि रैंण रे झोंतू तेरी जमींदारी” अथार्त हे झोंतू तेरी यह जमींदारी, यानि रुतबा हमेशा नहीं रहेगी। ये बात उत्तराखंड प्रदेश के कई हवाई […]

मंगलवार, 16 अप्रैल 2019

भाजपा ने चैंपियन व देशराज को भेजा अनुशासनहीनता का नोटिस

भाजपा ने चैंपियन व देशराज को भेजा अनुशासनहीनता का नोटिस: चैंपियन और देशराज कर्णवाल के बीच छिड़ी जुबानी जंग का मामला भाजपा की हो रही छीछालेदर को देखते हुए पार्टी नेतृत्व ने लिया संज्ञान सात दिन के भीतर बिंदुवार मांगा गया है जवाब  महापुरुषों व सरकार को लेकर हो रही टिप्पणी से भाजपा असहज देवभूमि मीडिया ब्यूरो देहरादून । हरिद्वार जिले के अंतर्गत खानपुर विधायक […]

चुनाव आयोग ने किया बदजुबान नेताओं का मुंह बंद !

चुनाव आयोग ने किया बदजुबान नेताओं का मुंह बंद !: बिगड़े बोलों पर सुप्रीम कोर्ट की सख्ती के बाद चुनाव आयोग हुआ सख्त योगी, मेनका मायावती और आजम पर लगाया प्रतिबन्ध योगी, आजम के विवादित बोल पर तीन दिन की रोक माया, मेनका को दो दिन तक प्रचार से रोका गया  देवभूमि मीडिया ब्यूरो नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट की सख्ती के बाद आखिरकार चुनाव आयोग ने आचार […]

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ने की प्रवासियों से अपील अपनी जन्मभूमि से जुड़ें

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ने की प्रवासियों से अपील अपनी जन्मभूमि से जुड़ें: मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने किया प्रवासियों से संवाद देवभूमि मीडिया ब्यूरो देहरादून: मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अमेरिका व अन्य देशों में बसे उत्तराखंड से जुड़े प्रवासी भारतीयों और उत्तराखंडियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संवाद किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में विभिन्न योजनाओं में निवेश से प्रवासी बंधु आर्थिक रूप से […]

महल की चार दीवारी से देश की सांसद तक का सफर…..

महल की चार दीवारी से देश की सांसद तक का सफर…..: टिहरी के राजा नरेंद्र शाह की छोटी पत्नी थीं कमलेंदुमति शाह उत्तराखंड की पहली महिला सासंद के रूप में इतिहास में है दर्ज मनमीत टिहरी रियासत के राजा नरेंद्र शाह की छोटी पत्नी कमलेंदुमति शाह उत्तराखंड की पहली महिला सासंद के रूप में इतिहास में दर्ज है। हालांकि उनका सांसद में चुनकर जाना उत्तराखंड के अस्थित्व […]

सोमवार, 15 अप्रैल 2019

हिमालयन माउंटेन टैरेन बाइकिंग रैली का आयोजन 18 से 26 अप्रैल तक

हिमालयन माउंटेन टैरेन बाइकिंग रैली का आयोजन 18 से 26 अप्रैल तक: 135 भारतीयों के अलावा 25 विदेशी प्रतिभागी करेंगे प्रतिभाग  26 अप्रैल को देहरादून में किया जाएगा प्रतियोगियों का सम्मान देवभूमि मीडिया ब्यूरो देहरादून । द अल्टीमेट हिमालयन मांउटेन टैरेन बाइकिंग रैली के चैथे संस्करण का आयोजन उत्तराखण्ड पर्यटन विकास परिषद और आईडीआईपीटी के संयुक्त तत्वाधान में 18 से 26 अप्रैल तक किया जायेगा। इस साइकिलिंग […]

बदरीनाथ और केदारनाथ में हटाई जा रही है बर्फ

बदरीनाथ और केदारनाथ में हटाई जा रही है बर्फ: केदारनाथ नौ मई और बदरीनाथ के दस मई को खोले जायेंगे कपाट बदरीनाथ परिसर से 25 सदस्यीय दल ने बर्फ हटाने का काम किया शुरू केदारनाथ मार्ग के 14 किमी से बर्फ हटाकर शुरू हुई आवाजाही  देवभूमि मीडिया ब्यूरो  रुद्रप्रयाग। श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के 25 सदस्यीय दल ने बदरीनाथ मंदिर परिसर से बर्फ हटाने […]

रविवार, 14 अप्रैल 2019

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने विवादों से परे,सबको साथ लेकर आगे बढ़ने की बनायी छवि

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने विवादों से परे,सबको साथ लेकर आगे बढ़ने की बनायी छवि: मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र लोकसभा चुनाव के दौरान कहीं भी विवादों में नहीं पड़े राजेन्द्र जोशी  मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत इस बार लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा के भीतर चल रहे तमाम विवादों के बाद भी पार्टी को साथ लेकर सफलता से चलते दिखाई दिए। उन्होंने इस दौरान विपक्ष के गढ़ों में जाकर भाजपा की रिकॉर्ड जन […]

शनिवार, 13 अप्रैल 2019

India’s Opposition is on a “Rent a Cause” Campaign

India’s Opposition is on a “Rent a Cause” Campaign: Arun Jaitley New Delhi : The First Phase of voting is over.  The “Modi” factor was writ large across the country.  Amit Shah’s challenge to the BJP workers to prepare for a 50% voting target in the BJP stronghold states even where there are opposition alliances seems coming through.   The opposition is in a […]

India’s Opposition is on a “Rent a Cause” Campaign

India’s Opposition is on a “Rent a Cause” Campaign: Arun Jaitley New Delhi : The First Phase of voting is over.  The “Modi” factor was writ large across the country.  Amit Shah’s challenge to the BJP workers to prepare for a 50% voting target in the BJP stronghold states even where there are opposition alliances seems coming through.   The opposition is in a […]

रवाईं घाटी का “तिलाड़ी कांड” था जलियावाला बाग़ हत्याकांड की ही तरह !

रवाईं घाटी का “तिलाड़ी कांड” था जलियावाला बाग़ हत्याकांड की ही तरह !: जलियावाला बाग़ हत्याकांड की तरह ही था रवाईं का ”तिलाड़ी”काण्ड 11 बार टिहरी लोकसभा के लोगों ने राजपरिवार को सरमाथे बिठाया ब्रिटिश इतिहास की यह एक शर्मनाक घटना थी : डेविड कैमरॉन टिहरी के राजाओं को पूर्वजों के द्वारा किये गए जघन्य कृत्य पर नहीं पश्चाताप  देवभूमि मीडिया ब्यूरो देहरादून  : जालियाँवाला बाग हत्याकांड भारत के […]

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मिलेगा ‘द ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रयू द अपॉसल’ सम्मान

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मिलेगा ‘द ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रयू द अपॉसल’ सम्मान: रूस के सर्वोच्च सम्मान से नवाज़े जायेंगे मोदी  ‘ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रयू द अपॉसल’ मिलेगा  रिश्तों को बनाने के लिए यह सम्मान 1698 में ईसा मसीह और रूस के पैट्रन सेंट (संत) के पहले देवदूत सेंट एंड्रयू केसम्मान में शुरू किया गया था। इसे तत्कालीन रूसी सम्राट जार पीटर ने स्थापित किया था। सेंट एंड्रयू को […]

वन्य जीव अंगों के मामले में जांच अधिकारी बदले जाने पर हाई कोर्ट सख्त

वन्य जीव अंगों के मामले में जांच अधिकारी बदले जाने पर हाई कोर्ट सख्त: जांच अधिकारी बदलने पर सरकार का जवाब-तलब लैपर्ड व टाइगर की खालें और अंग पकड़े जाने के बाद जांच का मामला शासन के सेवानिवृत एक अधिकारी की संलिप्तता पर उठे रहे हैं सवाल वन अधिकारियों, शिकारियों के बीच मिलीभगत का हुआ था खुलासा देवभूमि मीडिया ब्यूरो नैनीताल: हाई कोर्ट ने गुलदार और टाइगर के अंगों […]

687 जाबांज हुए पासआउट, देश को मिले 615 सैन्य अफसर

687 जाबांज हुए पासआउट, देश को मिले 615 सैन्य अफसर
 
भारतीय सीमाओं पर बढ़ी है घुसपैठ: जनरल बी.के. सिंह

राजेन्द जोशी
देहरादून, 08 दिसम्बर। भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) के 131वें नियमित कोर्स के पासिंग आउट के साथ ही आईएमए के इतिहास में एक और स्वर्णिम अध्याय जुड़ गया। पासिंग परेड के दौरान चार साल की कठोर प्रशिक्षण के बाद जैसे ही जवानों ने अंतिम पग पार किया तो देश की सेवा करने का जज़्बा मन में लिए वे खुशी उछल पड़े। शनिवार को हुई इस पासिंग परेड में पासआउट हुए 687 जांबाज जवानों ने सेना के  अधिकारी होने का गौरव प्राप्त कर लिया है। इस परेड़ में जहां भारतीय सेना को 615 नए अफसर मिले वहीं 71 विदेशी कैडेट्स सहित एक नेपाल के कैडेट ने भी पासिंग आउट परेड़ में भाग लिया।     सुबह 9 बजे जैसे ही पांसिग परेड शुरू हुई की सलामी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थलसेना अध्यक्ष जनरल बीके सिंह ने ली। इस पासिंग परेड के जारिए उत्तराखंड के 46 कैडेट्स को सेना में अधिकारी होने का गौरव प्राप्त हुआ है, वहीं उत्तरप्रदेश के सबसे अधिक 76 कैडेट सेना में अधिकारी बने हैं। भारतीय सैन्य इतिहास में आईएमए का एक गौरवशील इतिहास रहा है और अब तक भारतीय सैन्य एकादमी ने 52 हजार से अधिक सैन्य अधिकारी देश को दिये है। इस अवसर पर पासिंग परेड में शामिल होने वाले कैडेटों के परिजन भी उपस्थित थे। जिनकी खुशी का ठिकाना अपने सपूतों को भारतीय सेना में अधिकारी बनते हुए ही दिख रहा था। पासिंग आउट परेड के बाद अधिकारियों के कंधों पर बैच सजे देखकर अभिभावक भी भाव-विभोर दिखे। इस अवसर पर पत्रकारों से वार्ता करते हुए थलसेना अध्यक्ष जनरल बीके सिंह ने कहा कि भारतीय थल सेना सीमाओं पर किसी भी मुकाबले के लिए तैयार है उन्होंने स्वीकार किया कि भारतीय
सीमाओं पर घुसपैठ का क्रम यूं तो लगातार रहता है लेकिन पिछले कुछ समय में इसमें थोड़ी वृद्धि हुई है लेकिन भारतीय सेना घुसपैठ की किसी भी स्थिति का मुंह तोड जवाब देने में सक्षम हैं। हमारे जवानों के हौसलें बुलंद है और हम किसी भी चुनौती के लिए तैयार है। अपनी ट्रेनिंग पूरी होने पर खुशी जाहिर करते हुए देश के कोने कोने से आये इन कैडेटों ने कहा कि उनके लिए आज का दिन सबसे अधिक खुशियों भरा दिन है। उन्होंने देश की सेवा के लिए समर्पित होने को गर्व की बात बताया।



कांग्रेस के दिग्गज अपने क्षेत्र में ही नहीं दिखा पाए जादू

कांग्रेस के दिग्गज अपने क्षेत्र में ही नहीं दिखा पाए जादू
देहरादून, 30 अप्रैल (निस)। कांग्रेस के कई सूरमा नगर निकाय चुनाव में अपने ही घर में बुरी तरह से हारे हैं, उससे यह साफ हो गया है कि उनके क्षेत्र की जनता का अब अपने नेताओं से विश्वास उठ गया है। उत्तराखण्ड में कांग्रेस सरकार एक साल से राज कर रही है लेकिन इस कार्यकाल में कांग्रेस पर लगातार भ्रष्टाचार व विकास विरोधी आरोप लगते आ रहे हैं। अपने आप को मुख्यमंत्री पद का दावेदार मानने वाले कई नेताओं को जिस तरह से निकाय चुनाव में उनके प्रत्याशियों को हार का मुंह देखना पड़ा है उससे अब पार्टी के अंदर एक नया संग्राम खड़ा होने की संभावनाएं नजर आ रही हैं। प्रदेश में हल्द्वानी से विधायक व कैबिनेट मंत्री इंदिरा हृदयेश ने बड़े-बड़े दावे ठोके थे कि उनका उम्मीदवार चुनाव में बाजी मारेगा, लेकिन आज जैसे ही चुनाव परिणाम सामने आया तो भाजपा के जोगेन्दर रौतेला ने अपनी जीत हासिल की, इतना ही नहीं बल्कि कांग्रेस प्रत्याशी यहां दूसरा स्थान भी नहीं प्राप्त कर पाए। सबसे महत्वपूर्ण बात तो यह है कि हल्द्वानी में पहली बार भाजपा का उम्मीदवार चुनाव मैदान में जीता और कांग्रेस का प्रत्याशी तीसरे नंबर पर रहा। जिससे यह साबित हो गया कि हल्द्वानी में कैबिनेट मंत्री से आवाम किस कदर एक साल के कार्यकाल से नाराज हो गया है। हल्द्वानी में सभी वार्डों में निर्दलीय प्रत्याशियों का जीतना कांग्रेस के लिए एक बड़े खतरे का संकेत है। वहीं हरिद्वार व रुड़की में कांग्रेस प्रत्याशियों को मेयर पद पर चुनाव जिताने के लिए कांग्रेस सांसद हरीश रावत तीन दिन तक हरिद्वार में सड़कों पर प्रत्याशियों को जिताने केे लिए धूल फांकते रहे, लेकिन वे आवाम के बीच अपनी छाप नहीं छोड़ पाए जहां
हरिद्वार में भाजपा प्रत्याशी मनोज गर्ग ने 17147 वोटों से जीत हासिल की वहीं रुड़की में निर्दलीय प्रत्याशी यशपाल राणा ने भाजपा व कांग्रेस को हराकर अपना  दबदबा कायम किया। उधर रूद्रप्रयाग में कांग्रेस प्रत्याशी को जीतवाने के लिए वहां से विधायक व सरकार में कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने पूरा दम लगाया लेकिन उसके बावजूद भी वह अपने प्रत्याशी को चुनाव नहीं जीता पाए जिससे साफ हो गया कि इस छोटे से क्षेत्र की जनता भी अपने विधायक से खुश नहीं है। वहीं राजधानी में मेयर की सीट को लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा, उनके तमाम मंत्रियों व यशपाल आर्य की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई थी। चुनाव के दौरान सरकार दावे करती रही कि सूर्यकांत धस्माना भाजपा प्रत्याशी को धूल चटा देंगे। लेकिन भाजपा के विनोद चमोली ने कांग्रेसी उम्मीदवार सूर्यकांत धस्माना रिकार्ड मतों से हराकर सारी सरकार को आईना दिखा दिया कि आज भी करनपुर गोलीकांड के जख्म आंदोलनकारियों के सीने में दफन हैं। भले ही न्यायालय ने धस्माना को बरी क्यों न कर दिया हो।

अंतिम संस्कार किये गये शवों की नहीं है सरकार के पास कोई पहचान

अंतिम संस्कार किये गये शवों की नहीं है सरकार के पास कोई पहचान



सबसे बड़ा सवाल क्या किसी भी शव के पास नहीं मिली उसकी पहचान
राजेन्द्र जोशी
देहरादून। उत्तराखण्ड के चार धाम में आई महा जलप्रलय में सरकार ने पांच सौ से छः सौ श्रद्धालुओं की मौत होने का दावा किया था लेकिन जल प्रलय के 16 दिन बाद भी पुलिस अब तक मात्र 56 श्रद्धालुओं का अन्तिम संस्कार कर पायी है। सवाल उठ रहा है कि अगर इस जल प्रलय में सैकड़ों श्रद्धालु मारे गये तो क्या सरकार के पास उनकी मौतों का कोई सही आकड़ा मौजूद है? वहीं रेस्क्यू मिशन में सेना ने कितने श्रद्धालुओं को मौत के मुंह से बचाया इसका भी आज तक सहीं आंकड़ा सरकार के पास मौजूद न होने से उसकी मंशा पर लगातार सवाल उठ रहे हैं? हालांकि आज प्रशासन ने केदारनाथ में श्रद्धालुओं का अंतिम संस्कार करने का दावा किया था लेकिन भारी बारिश के कारण प्रशासन अंतिम संस्कार नहीं कर पाया। वहीं पुलिस प्रशासन के पास ऐसा कोई आंकड़ा दोपहर तक नहीं था कि कितने शवों का आज अंतिम संस्कार करने की योजना बनाई गई थी।
चारधाम यात्रा में आई महा जलप्रलय में केदारनाथ व रामबाड़ा में हजारों श्रद्धालुओं के मारे जाने की आशंका बनी हुई है। सरकार लगातार दावे करती आयी कि मलवे में दबे शवों को बाहर निकालने के लिए जल्द अभियान चलाया जायेगा। लेकिन 16 दिन बाद भी सरकार मलबे में दबे शवों मे बाहर निकालने के लिए कोई पहल नहीं कर पाई। वहीं अपनों को खोज-खोज कर आखों में आंसू लिये श्रद्धालुओं के परिजन अपने घरों को लौट गये। उनके मन में बस एक ही आस रही कि उनके अपने जिन्दा या मुर्दा हैं उन्हें इसकी जानकारी तो कम से कम उन्हे दे दी जाए जिससे वह अपनों का अन्तिम संस्कार करने का हक तो अदा कर दें। हजारों श्रद्धालुओं के मारे जाने की आशंका से डरी सरकार ने आज तक पूरे देश के सामने सही दृश्य पेश नहीं किया। क्योंकि उसे इस बात का डर सताया हुआ है कि अगर मौत के आंकड़ों को सही रूप से पेश कर दिया गया तो पूरे देश के अन्दर उत्तराखण्ड सरकार का दामन दागदार हो जायेगा। सरकार ने दावा किया कि चारधाम यात्रा में मरे श्रद्धालुओं का अन्तिम संस्कार किया जायेगा। लेकिन अभी तक शासन ने केदारघाटी में दो बार ही श्रद्धालुओं का अन्तिम संस्कार करवाया जिनकी संख्या लगभग 56 के बताई गयी है।  ऐसे में सवाल उठ रहा है कि प्रशासन ने केदारघाटी में जिन श्रद्धालुओं का अन्तिम संस्कार कराया है क्या उनकी पहचान सुरक्षित रखने के लिए उनकी फोटो मौके पर खिंचवाई गयी। सवाल यह भी तैर रहे हैं कि जिन श्रद्धालुओं को अन्तिम संस्कार किया गया उनके संस्कार से पहले उनकी फोटो खींचकर प्रशासन ने क्या उसे अपनी वेब साइड़ में अपलोड़ किया है?  सवाल उठ रहे हैं कि जिन 56 लोगों का अन्तिम संस्कार किया गया क्या उनमें से किसी एक के पास से भी कोई पेन कार्ड या कोई अन्य पहचान का सामान नहीं मिला। जिसे वेबसाइड पर डालकर उसकी पहचान कराकर उनके परिजनों को अन्तिम संस्कार में शामिल कराया जा सकता था? कुल मिलकर कहा जाए तो प्रशासन व पुलिस के पास ऐसे कोई आंकड़ा या ठोस सबूत अभी तक नहीं है जिससे की वह दावा कर सके कि कितने शवों के डीएनए टेस्ट किये गये हैं या वे कौन थे, और केदारनाथ घाटी में मलबों के उपर कितनी लाशें बिछी हुई हैं? सवाल यह भी तैर रहे हैं कि अगर केदारघाटी में जो शव इधर-उधर फैले हुए हैं उनकी पहचान कराने के लिए क्या प्रशासन ने उनकी फोटो खींचकर वेबसाइड पर डालने का काम किया है? अब तक सरकारी तंत्र लाशों के आंकड़ों को सही उजागर न करने के लिए जिस तरह से केदारघाटी से मीडिया को दूर रख श्रद्धालुओं का अन्तिम संस्कार करने में लगा हुआ है उससे उसकी मंशा पर सवाल उठ रहे हैं कि अगर जिन श्रद्धालुओं का अन्तिम संस्कार किया गया है अगर मीडिया को वहां साथ रखकर उनके चेहरों व पहचान को पूरे देश में उजागर करते तो अपनों का अन्तिम संस्कार देखकर उनके परिजनों में इस बात का दर्द मिट जाता कि कम से कम उनके अपनों को संस्कार के लिए चिता तो नसीब हो गई।

सुपिन घाटी का नहीं कोई सुध लेने वाला

सुपिन घाटी का नहीं कोई सुध लेने वाला
प्रशासन ने फेरा मुंह,
अतिवृष्टि से सुपिन नदी में आए उफान से मोरी के पंचगांई पट्टी के सात गांवों के संपर्क मार्ग और पुल पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए ऐसे में इन गांवों तक आवाजाही करनी भी मुश्किल हो गई है। बीते 15 दिनों से जरूरी वस्तुओं की आपूर्ति ना होने से इन गांवों में खाद्यान्न संकट भी गहराने लगा है।

जून 16 को अतिवृष्टि से मोरी पंचगाई पट्टी में मची तबाही से सुपीन नदी पर बने बैंचा, खेड़ा कच्ची पुलिया संपर्क मार्ग पूरी तरह से ध्वस्त हो गए है। संपर्क मार्गो के ध्वस्त हो जाने के बाद यहां सात गांवों में खाद्यान्न संकट गहराने लगा है। इससे पहले दो वर्ष पूर्व भी पंचगाई पट्टी में आपदा मं लिवाडी, फिताड़ी, सिरगा, सटुडी, रेक्चा, हरिपुर, कास्ला, राला गांवों को जाने वाले तमाम पैदल रास्ते और जखोल से आगे सुपीन नदी पर बने बैंचा खेड़ा पुल बहने से आवागमन ठप हो गया था। अब एक बार फिर आपदा की भेंट चढ़े संपर्क मार्ग और पुलों की बदौलत क्षेत्र में खाद्यान्न संकट गहराने लगा है। लविाड़ी, फिताड़ी, राला, कासला, रेक्चा, हरिपुर, सक्टूड़ी सांवणी आदि गांवों को जोड़ने वाले आधा दर्जन से अधिक पुलों संपर्क मार्ग के क्षतिग्रस्त होने से गांवों का प्रखंड के साथ जिला मुख्यालय से संपर्क कट गया है।

आपूर्ति विभाग ने यहां रसद पहुंचाने से हाथ खड़े कर दिए है। बकौल आपूर्ति विभाग यहां केवल हेलीकॉप्टर के जरिये ही राशन पहुंचाया जा सकता है। वहीं जिला प्रशासन ने अब तक भी इस क्षेत्र का हाल जानने की कोशिश नहीं की है। उप खाद्य निरीक्षक एपी नौटियाल ने बताया कि नैटवाड, तालुका गोदाम में सिंतबर माह तक का राशन पहुंचा दिया गया है, लेकिन पुल रास्ते टूटने के बाद पंचगांई पट्टी के सात गांवों में राशन पहुंचाना फिलहाल मुश्किल है।


अतिवृष्टि से सुपिन नदी में आए उफान से मोरी के पंचगांई पट्टी के सात गांवों के संपर्क मार्ग और पुल पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए थे। ऐसे में इन गांवों तक आवाजाही करनी भी मुश्किल हो गई है। बीते 15 दिनों से जरूरी वस्तुओं की आपूर्ति ना होने से इन गांवों में खाद्यान्न संकट भी गहराने लगा है।
  जून 16 को अतिवृष्टि से मोरी पंचगाई पट्टी में मची तबाही से सुपीन नदी पर बने बैंचा, खेड़ा कच्ची पुलिया संपर्क मार्ग पूरी तरह से ध्वस्त हो गए है। संपर्क मार्गो के ध्वस्त हो जाने के बाद यहां सात गांवों में खाद्यान्न संकट गहराने लगा है। इससे पहले दो वर्ष पूर्व भी पंचगाई पट्टी में आपदा मं लिवाडी, फि ताड़ी, सिरगा, सटुडी, रेक्चा, हरिपुर, कास्ला, राला गांवों को जाने वाले तमाम पैदल रास्ते और जखोल से आगे सुपीन नदी पर बने बैंचा खेड़ा पुल बहने से आवागमन ठप हो गया था। अब एक बार फिर आपदा की भेंट चढ़े संपर्क मार्ग और पुलों की बदौलत क्षेत्र में खाद्यान्न संकट गहराने लगा है। लविाड़ी, फिताड़ी, राला, कासला, रेक्चा, हरिपुर, सक्टूड़ी सांवणी आदि गांवों को जोड़ने वाले आधा दर्जन से अधिक पुलों संपर्क मार्ग के क्षतिग्रस्त होने से गांवों का प्रखंड के साथ जिला मुख्यालय से संपर्क कट गया है।
  आपूर्ति विभाग ने यहां रसद पहुंचाने से हाथ खड़े कर दिए है। बकौल आपूर्ति विभाग यहां केवल हेलीकॉप्टर के जरिये ही राशन पहुंचाया जा सकता है। वहीं जिला प्रशासन ने अब तक भी इस क्षेत्र का हाल जानने की कोशिश नहीं की है। उप खाद्य निरीक्षक एपी नौटियाल ने बताया कि नैटवाड, तालुका गोदाम में सिंतबर माह तक का राशन पहुंचा दिया गया है, लेकिन पुल रास्ते टूटने के बाद पंचगांई पट्टी के सात गांवों में राशन पहुंचाना फिलहाल मुश्किल है।
   18000 बकरी वाले बुग्यालों में अब भी फंसे हुए हैं , ल्वादी में खाद्यान्न की भारी कमी के चलते लोग भूख से मरने की कगार पर हैं, अभी तक जिला प्रशासन का कोई भी नुमाँइन्दा भूख से मरने को मजबूर इन प्रभावी इलाकों में नहीं पहुंचा है, ग्रामीणों की ओर से ग्राम प्रधान हाकिम सिंह ने कहा की यदि 10 जुलाई तक प्रशासन का कोई भी व्यक्ति यहाँ नहीं पहुँचता है तक ल्वादी के 150 परिवारों के 1500 लोग भूख से बिलबिला उठंगे.