बुधवार, 9 अप्रैल 2014

कांग्रेस में थम नहीं रहा तूफान सतपाल के भाजपा जाने के बाद भी

राजेन्द्र जोशी
bahuguna chairदेहरादून : सतपाल महाराज के कांग्रेस छोड़ने बाद भी उत्तराखंड कांग्रेस का तूफान थमने का नाम नहीं ले रहा है. मुख्यमंत्री हरीश रावत ने विजय बहुगुणा को फिर से चुनाव लड़ने के लिए मनाने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर चुनाव लड़ने में असमर्थता जता दी है.
उन्होंने कहा कि उनकी पत्नी की हालत गंभीर है और वह उनके इलाज के लिए सिंगापुर जा रहे हैं. बहुगुणा की नाराजगी को भुनाने के लिए भाजपा नेताओं के बहुगुणा को भाजपा में लाने के प्रयास की भी र्चचा है. विवाद और आपसी खींचतान के कारण अभी तक कांग्रेस उत्तराखंड की पांच सीटों के लिए प्रत्याशियों की घोषणा नहीं कर पायी है.
गढ़वाल से सांसद रहे सतपाल महाराज भाजपा में शामिल हो गये. अब नंबर विजय बहुगुणा का है. बहुगुणा को मुख्यमंत्री पद से हटाया गया था. तब से वह तिलमिलाये हुए हैं और मौके की तलाश में हैं. उनके साथ 12 विधायकों का समर्थन बताया जाता है.
भाजपा के नेता इस बात का फायदा उठाने लिए बहुगुणा के संपर्क में हैं ताकि उन्हें भाजपा में शामिल किया जाए और पौड़ी की तरह ही टिहरी सीट में भाजपा के लिए पक्की की जाए. टिहरी से सांसद रहे बहुगुणा अपने बेटे साकेत के लिए पैरवी कर रहे हैं, लेकिन कांग्रेस उनके बेटे को टिकट देने को तैयार नहीं है.
उनका बेटा पिछला चुनाव हार गया था. हरीश रावत ने उनसे फिर से अपील की कि वह चुनाव लड़े, लेकिन उन्होंने अपनी पत्नी की बीमारी का हवाला दिया है. यदि बहुगुणा चुनाव नहीं लड़ते हैं तो उनकी जगह किशोर उपाध्याय और सूर्यकांत धस्माना के नाम पर विचार किया जा रहा है.
नैनीताल लोकसभा सीट से टिकट मांग रहे वयोवृद्ध नेता एनडी तिवारी को भी टिकट नहीं मिलेगा. एनडी तिवारी ने लंबी लड़ाई के बाद वैध संतान का दर्जा पाने वाले अपने पुत्र के लिए टिकट मांगा है. टिकट न मिलने स्थिति में उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने की धमकी दी है, लेकिन कांग्रेस ने उनकी धमकी को अनसुना कर दिया है

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