बुधवार, 9 अप्रैल 2014

तिवारी के मैदान में कूदने की सुगबुगाहट से कांग्रेस-भाजपा की उड़ी नींद

nd-tiwari-rohit-shekharराजेन्द्र जोशी
देहरादून : देश के वित्तमंत्री व उत्तराखंड के मुख्यमंत्री रह चुके पंडित नारायण दत्त तिवारी के निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नैनीताल-ऊधमसिंह नगर संसदीय सीट से चुनावी मैदान में कूदने से इस बार चुनाव रोचक हो सकता है। पूर्व मुख्यमंत्री एवं वयोवृद्ध नेता नारायण दत्त तिवारी के निर्दलीय चुनाव लड़ने की रायशुमारी के बाद इस सीट पर चुनावी समीकरण बदलने के कयास तेज हो गए हैं।
  जानकारों के अनुसार एनडी तिवारी के निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में उतरने के कयासों से कई दमदार नेताओं की नींद हराम हो गयी है। वहीं वोटों का ध्रुवीकरण होने से कांग्रेस व भाजपा की मुश्किलें भी बढ़नी तय है। कांग्रेस आलाकमान तिवारी की दावेदारी को लेकर चिंतित है, यही वजह है कि प्रत्याशियों की घोषणा करने में देरी हो रही है। अन्यथा कांग्रेस ने यहाँ से केसी सिंह बाबा का नाम लगभग फाइनल कर दिया है लेकिन तिवारी के मैदान मे कूदने की घोषणा के चलते कांग्रेस पशोपेश में फंसती नज़र आ रही है.
 उल्लेखनीय है कि नैनीताल सीट से एनडी तिवारी बतौर कांग्रेसी प्रत्याशी के रूप में 1980, 1996 और 1999 में सांसद निर्वाचित हो चुके हैं। नैनीताल जिले के पदमपुरी में उनका पैतृक घर है। तराई उनका राजनैतिक गढ़ रहा है।  जबकि नैनीताल-ऊधमसिंह नगर सीट से केसी सिंह बाबा भी लगातार दूसरी बार जीते हैं। तीसरी बार भी उनको ही टिकट मिलना लगभग अंतिम चरण मे है  
इस सीट पर अधिकांश चुनावों में सीधा मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच रहा है। लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री एनडी तिवारी के निर्दलीय प्रत्याशी चुनाव लड़ने से इस बार मुकाबला त्रिकोणीय हो सकता है।
  यहाँ यह भी गौरतलब हो कि सिडकुल भी एनडी तिवारी की देन है। इस सीट पर तिवारी के प्रशंसकों और समर्थकों के रूप में वोटरों की एक बड़ी संख्या है, जो वर्तमान में कांग्रेस से जुड़े हैं। तिवारी चुनाव लड़े तो वोटों का ध्रुवीकरण होना तय है। अपने रायशुमारी अभियान के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी ने कहा कि इस देश की रीढ़ युवा हैं और भारत को आगे बढ़ाने के लिए नौजवान उठना होगा ।
 उन्होंने कहा कि कल तक हमारा देश इंग्लैंड और अमेरिका को देखता था, लेकिन अब इन देशों की नजर हमारे भारत पर टिकी है। युवाओं के बलबूते ही भारत विकास की ऊंचाई को छुएगा।
 वहीँ पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी के सितारगंज पहुंचने पर क्षेत्र के वरिष्ठ कांग्रेसी और बुजुर्गों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। इस दौरान पूर्व सीएम तिवारी वरिष्ठ व बुजुर्ग नेता और कांग्रेसियों से मिलकर अपनी पुरानी यादों में खो गए। तिवारी ने उनसे क्षेत्र का हाल जाना और काफी देर तक होटल में गुफ्तगू करते रहे। तिवारी के सीधे संवाद से कार्यकर्ता गदगद नजर आए।

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