बड़े बांधों को अलविदा कहने का वक्त अब आ ही गया !: जल विद्युत ऊर्जा ही सबसे अधिक सस्ती ऊर्जा के रूप में उपलब्ध वर्ष 1879-81 मे जब नियाग्रा जलप्रपात में पहली बार बिजली बनी सन् 1898 में भारत की पहली जल विद्युत परियोजना सिंदरपोंग में बनी प्रमोद शाह यूं तो प्रकृति मौन रहती है लेकिन अगर सच देखें तो प्रकृति ही सर्वाधिक मुखर होती है । …
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