सोमवार, 8 अक्तूबर 2018

शासक और शसित का भेद मिटना ही सच्चा लोकतंत्रः प्रोफेसर रिन्पोचे

शासक और शसित का भेद मिटना ही सच्चा लोकतंत्रः प्रोफेसर रिन्पोचे: 11 सितंबर विनोबा जयंती पर विशेष आलेख ……. बौध भिक्षु प्रोफेसर सैम डाँग रिम्पोचे का दिया कालजयी सम्बोधन  …. प्रेम-करूणा-सेवा के गुणों से लबालब भरे थे विनोबा भावे : प्रो. रिन्पोचे गांधी और विनोबा को अगर एक साथ विचार और आचरण के धरातल पर समझना हो तो प्रोफेसर रिन्पोचे से सुंदर जीवंत किवदंती दुनिया में नहीं। ऐसा …

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