शनिवार, 13 अप्रैल 2019

687 जाबांज हुए पासआउट, देश को मिले 615 सैन्य अफसर

687 जाबांज हुए पासआउट, देश को मिले 615 सैन्य अफसर
 
भारतीय सीमाओं पर बढ़ी है घुसपैठ: जनरल बी.के. सिंह

राजेन्द जोशी
देहरादून, 08 दिसम्बर। भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) के 131वें नियमित कोर्स के पासिंग आउट के साथ ही आईएमए के इतिहास में एक और स्वर्णिम अध्याय जुड़ गया। पासिंग परेड के दौरान चार साल की कठोर प्रशिक्षण के बाद जैसे ही जवानों ने अंतिम पग पार किया तो देश की सेवा करने का जज़्बा मन में लिए वे खुशी उछल पड़े। शनिवार को हुई इस पासिंग परेड में पासआउट हुए 687 जांबाज जवानों ने सेना के  अधिकारी होने का गौरव प्राप्त कर लिया है। इस परेड़ में जहां भारतीय सेना को 615 नए अफसर मिले वहीं 71 विदेशी कैडेट्स सहित एक नेपाल के कैडेट ने भी पासिंग आउट परेड़ में भाग लिया।     सुबह 9 बजे जैसे ही पांसिग परेड शुरू हुई की सलामी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थलसेना अध्यक्ष जनरल बीके सिंह ने ली। इस पासिंग परेड के जारिए उत्तराखंड के 46 कैडेट्स को सेना में अधिकारी होने का गौरव प्राप्त हुआ है, वहीं उत्तरप्रदेश के सबसे अधिक 76 कैडेट सेना में अधिकारी बने हैं। भारतीय सैन्य इतिहास में आईएमए का एक गौरवशील इतिहास रहा है और अब तक भारतीय सैन्य एकादमी ने 52 हजार से अधिक सैन्य अधिकारी देश को दिये है। इस अवसर पर पासिंग परेड में शामिल होने वाले कैडेटों के परिजन भी उपस्थित थे। जिनकी खुशी का ठिकाना अपने सपूतों को भारतीय सेना में अधिकारी बनते हुए ही दिख रहा था। पासिंग आउट परेड के बाद अधिकारियों के कंधों पर बैच सजे देखकर अभिभावक भी भाव-विभोर दिखे। इस अवसर पर पत्रकारों से वार्ता करते हुए थलसेना अध्यक्ष जनरल बीके सिंह ने कहा कि भारतीय थल सेना सीमाओं पर किसी भी मुकाबले के लिए तैयार है उन्होंने स्वीकार किया कि भारतीय
सीमाओं पर घुसपैठ का क्रम यूं तो लगातार रहता है लेकिन पिछले कुछ समय में इसमें थोड़ी वृद्धि हुई है लेकिन भारतीय सेना घुसपैठ की किसी भी स्थिति का मुंह तोड जवाब देने में सक्षम हैं। हमारे जवानों के हौसलें बुलंद है और हम किसी भी चुनौती के लिए तैयार है। अपनी ट्रेनिंग पूरी होने पर खुशी जाहिर करते हुए देश के कोने कोने से आये इन कैडेटों ने कहा कि उनके लिए आज का दिन सबसे अधिक खुशियों भरा दिन है। उन्होंने देश की सेवा के लिए समर्पित होने को गर्व की बात बताया।



कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें