शुक्रवार, 5 अक्तूबर 2018

आसमां से हंसाओ कुंवर मास्टरजी

आसमां से हंसाओ कुंवर मास्टरजी: मास्टर कुंवर जी दुनिया में हंसने -हंसाने के लिए आए थे,शायद पौडी शहर अगर अपने  बीते दिनों को याद कर सके तो मास्टर कुंवर की याद धुंधली नहीं हुई होगी! वेद विलास उनियाल  जिंदगी के उस फलसफे , मायने को जीते हुए जिसपर  ग्रेट शो मैन राजकपूर  ने आपनी आखिरी फिल्म मेरा नाम जोकर बनाई थी। …

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